मुजफ्फरनगर पुलिस ने खानपुर के जंगल में छापा मारकर अवैध असलाह बनाने की फैक्ट्री पकड़ी। मौके से चार मसकट, 15 तमंचे और कारतूस तथा भारी मात्रा में तमंचों के पार्ट्स बरामद हुए। पुलिस ने घटनास्थल से तमंचे बनाने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि एक पुलिस से बचकर भागने में सफल हो गया।
कोतवाली क्षेत्र के गांव खानपुर के जंगल में अवैध असलाह बनाने की फैक्ट्री की सूचना पुलिस को मिली। इंस्पेक्टर कमल सिंह यादव ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर उन्होंने पुलिस बल के साथ खानपुर के जंगल को घेर लिया। उमरपुर निवासी महेंद्र के पॉपुलर के खेतों में तमंचा फैक्ट्री होने की सूचना थी।
पुलिस ने खेत को घेरकर छापा मारा, तो एक ग्रामीण बचकर भागने में सफल हो गया। पुलिस ने बताया कि पॉपुलर के खेत के बीच त्रिपाल डालकर फैक्ट्री चलाई जा रही थी। पुलिस ने मौके से दो ग्रामीणों को गिरफ्तार किया। घटनास्थल से पुलिस को चार मसकट, 15 बने हुए तमंचे, एक दर्जन अधबने तमंचे, तमंचों की नाल तथा भारी मात्रा में पार्ट्स बरामद किए।
मौके से पुलिस को ड्रिल, वेल्डिंग मशीन, शिकंजे, आरी के ब्लेड, विभिन्न प्रकार की रेतियां तथा अन्य उपकरण मिले हैं। इंसपेक्टर ने बताया कि पकडे़ गए लोगों में उमरपुर निवासी इंतजार तथा खानपुर निवासी विजयपाल हैं। मंदवाड़ा निवासी शकील पुलिस से बचकर भागने में सफल हो गया।
पकडे़ गए लोगों ने पुलिस को बताया कि एक व्यक्ति रोजाना तीन तमंचे तैयार कर लेता है। एक तमंचे की 500 रुपये की लागत आती है और दो से तीन हजार रुपये में बिक जाता है। इंस्पेक्टर ने बताया कि तमंचा बनाने वालों से पूछताछ की जा रही है। मौके से फरार शकील को जल्दी ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
कोतवाली क्षेत्र के गांव खानपुर के जंगल में अवैध असलाह बनाने की फैक्ट्री की सूचना पुलिस को मिली। इंस्पेक्टर कमल सिंह यादव ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर उन्होंने पुलिस बल के साथ खानपुर के जंगल को घेर लिया। उमरपुर निवासी महेंद्र के पॉपुलर के खेतों में तमंचा फैक्ट्री होने की सूचना थी।
पुलिस ने खेत को घेरकर छापा मारा, तो एक ग्रामीण बचकर भागने में सफल हो गया। पुलिस ने बताया कि पॉपुलर के खेत के बीच त्रिपाल डालकर फैक्ट्री चलाई जा रही थी। पुलिस ने मौके से दो ग्रामीणों को गिरफ्तार किया। घटनास्थल से पुलिस को चार मसकट, 15 बने हुए तमंचे, एक दर्जन अधबने तमंचे, तमंचों की नाल तथा भारी मात्रा में पार्ट्स बरामद किए।
मौके से पुलिस को ड्रिल, वेल्डिंग मशीन, शिकंजे, आरी के ब्लेड, विभिन्न प्रकार की रेतियां तथा अन्य उपकरण मिले हैं। इंसपेक्टर ने बताया कि पकडे़ गए लोगों में उमरपुर निवासी इंतजार तथा खानपुर निवासी विजयपाल हैं। मंदवाड़ा निवासी शकील पुलिस से बचकर भागने में सफल हो गया।
पकडे़ गए लोगों ने पुलिस को बताया कि एक व्यक्ति रोजाना तीन तमंचे तैयार कर लेता है। एक तमंचे की 500 रुपये की लागत आती है और दो से तीन हजार रुपये में बिक जाता है। इंस्पेक्टर ने बताया कि तमंचा बनाने वालों से पूछताछ की जा रही है। मौके से फरार शकील को जल्दी ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।