लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिये 36 जिलों में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशियों के निर्विरोध चुनने के बाद अब बाकी 38 जिलों में मतदान आगामी 7 जनवरी को होगा।
सूबे के 31 जिलों में केवल समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था, लेकिन जालौन और गाजीपुर में प्रत्याशियों के पर्चे रद्द होने के कारण यह सीटें भी उसकी झोली में आ गई। प्रदेश में बाकी बचे 38 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिये अब सात जनवरी को मतदान होगा और उसी दिन परिणाम घोषित किया जायेगा। नाम वापसी के अंतिम दिन आज अमेठी, संतकबीरनगर और ललितपुर जिलों में भी तीन प्रत्याशियों ने अपने पर्चे वापस ले लिये।
गौरतलब है कि लखनऊ, एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, कासगंज, कानपुर शहर, कानपुर देहात, झांसी, हमीरपुर, महोबा, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, चित्रकूट, भदोही, आजमगढ, मऊ, बलिया, देवरिया, बस्ती, गोंडा, बहराइच, फैजाबाद, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हरदोई, बदायू, संभल, अमरोहा, गाजियाबाद और बुलंदशहर में केवल एक ही पत्याशी ने पर्चा दाखिल किया, जबकि जालौन तथा गाजीपुर में पर्चा रद्द होने से केवल एक ही प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गया। इन सभी जिलों में सपा प्रत्याशियों को निर्विरोध चुन लिया गया। सभी जीते लोगों को आज प्रमाण पत्र दे दिये गये। गाजीपुर में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी का पर्चा जमानत राशि जमा नहीं करने के कारण दाखिल नहीं किया जा सका, लिहाजा यह सीट भी सपा के पास आ गई। राज्य के 75 जिलों में गौतमबुद्धनगर में तकनीकी कारण से पंचायत चुनाव नहीं हो सका था।
जिन 38 जिलों में आगामी सात जनवरी को मतदान होना है, उनमें अंबेडकरनगर, अलीगढ, आगरा, इलाहाबाद, उन्नाव, औरैया, कन्नौज, कुशीनगर, कौशाम्बी, गोरखपुर, जौनपुर, चंदौली, प्रतापगढ, फतेहपुर, फर्रूखाबाद, फिरोजाबाद, बरेली, बलरामपुर, बागपत, बांदा, बिजनौर, मथुरा, महराजगंज, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मेरठ, रामपुर, रायबरेली, वाराणसी, शाहजहांपुर, सहारनपुर, सीतापुर, सुलतानपुर, सोनभद्र, हाथरस, शामली, हापुड तथा मुजफ्फरनगर हैं। इन जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिये दो से पांच प्रत्याशी तक हैं।
सूबे के 31 जिलों में केवल समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था, लेकिन जालौन और गाजीपुर में प्रत्याशियों के पर्चे रद्द होने के कारण यह सीटें भी उसकी झोली में आ गई। प्रदेश में बाकी बचे 38 जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिये अब सात जनवरी को मतदान होगा और उसी दिन परिणाम घोषित किया जायेगा। नाम वापसी के अंतिम दिन आज अमेठी, संतकबीरनगर और ललितपुर जिलों में भी तीन प्रत्याशियों ने अपने पर्चे वापस ले लिये।
गौरतलब है कि लखनऊ, एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, कासगंज, कानपुर शहर, कानपुर देहात, झांसी, हमीरपुर, महोबा, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती, चित्रकूट, भदोही, आजमगढ, मऊ, बलिया, देवरिया, बस्ती, गोंडा, बहराइच, फैजाबाद, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हरदोई, बदायू, संभल, अमरोहा, गाजियाबाद और बुलंदशहर में केवल एक ही पत्याशी ने पर्चा दाखिल किया, जबकि जालौन तथा गाजीपुर में पर्चा रद्द होने से केवल एक ही प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गया। इन सभी जिलों में सपा प्रत्याशियों को निर्विरोध चुन लिया गया। सभी जीते लोगों को आज प्रमाण पत्र दे दिये गये। गाजीपुर में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी का पर्चा जमानत राशि जमा नहीं करने के कारण दाखिल नहीं किया जा सका, लिहाजा यह सीट भी सपा के पास आ गई। राज्य के 75 जिलों में गौतमबुद्धनगर में तकनीकी कारण से पंचायत चुनाव नहीं हो सका था।
जिन 38 जिलों में आगामी सात जनवरी को मतदान होना है, उनमें अंबेडकरनगर, अलीगढ, आगरा, इलाहाबाद, उन्नाव, औरैया, कन्नौज, कुशीनगर, कौशाम्बी, गोरखपुर, जौनपुर, चंदौली, प्रतापगढ, फतेहपुर, फर्रूखाबाद, फिरोजाबाद, बरेली, बलरामपुर, बागपत, बांदा, बिजनौर, मथुरा, महराजगंज, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मेरठ, रामपुर, रायबरेली, वाराणसी, शाहजहांपुर, सहारनपुर, सीतापुर, सुलतानपुर, सोनभद्र, हाथरस, शामली, हापुड तथा मुजफ्फरनगर हैं। इन जिलों में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिये दो से पांच प्रत्याशी तक हैं।
No comments:
Post a Comment