खतौली। विद्युत समस्या और कर्मचारियों पर चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए भाकियू कार्यकर्ताओं ने एक्सईएन कार्यालय के सामने धरना दिया।
एक्सईएन समेत दो एसडीओ को बंधक बनाकर दो घंटे तक धरने पर बैठाया। समस्या का शीघ्र समाधान कराने के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ।
भाकियू ब्लाक अध्यक्ष कपिल सोम, पंकज मोघा, अमित राजपूत के नेतृत्व में कार्यकर्ता एक्सईएन विद्युत कार्यालय पर पहुंचे और धरना देकर बैठ गए।
कार्यकर्ताओं ने एक्सईएन योगेश कौशिक तथा एसडीओ मनोज कुमार, एसडीओ एके शीना को बंधक बनाकर अपने बीच धरने पर बैठा लिया।
उन्होंने कहा कि विद्युत कर्मचारी रात्रि में चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं। बिल में भी गड़बड़ी की जा रही है। इसके अलावा गांवों में जर्जर तार नहीं बदले जा रहे हैं।
जिस पर एक्सईएन ने 15 दिन के अंदर रतनपुरी के जर्जर तार बदलवाने, एक सप्ताह में सिकंदरपुर बिजलीघर तथा सकौती फीडर से डबल ग्रुप विद्युत सप्लाई देने, मार्च तक किसानों को बिल जमा कराने के लिए परेशान ना करने के आश्वासन दिया।
इसके बाद धरना समाप्त हुआ। अध्यक्षता जयसिंह टिटौड़ा तथा संचालन कप्तान सिंह ने किया। सुधीर, विनय, राजबीर गुर्जर, पवन प्रधान, राजकुमार, रणसिंह, दुष्यंत सिंह, योगेंद्र, जितेंद्र पाल, मनोज सहरावत आदि रहे।
एक्सईएन समेत दो एसडीओ को बंधक बनाकर दो घंटे तक धरने पर बैठाया। समस्या का शीघ्र समाधान कराने के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ।
भाकियू ब्लाक अध्यक्ष कपिल सोम, पंकज मोघा, अमित राजपूत के नेतृत्व में कार्यकर्ता एक्सईएन विद्युत कार्यालय पर पहुंचे और धरना देकर बैठ गए।
कार्यकर्ताओं ने एक्सईएन योगेश कौशिक तथा एसडीओ मनोज कुमार, एसडीओ एके शीना को बंधक बनाकर अपने बीच धरने पर बैठा लिया।
उन्होंने कहा कि विद्युत कर्मचारी रात्रि में चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली कर रहे हैं। बिल में भी गड़बड़ी की जा रही है। इसके अलावा गांवों में जर्जर तार नहीं बदले जा रहे हैं।
जिस पर एक्सईएन ने 15 दिन के अंदर रतनपुरी के जर्जर तार बदलवाने, एक सप्ताह में सिकंदरपुर बिजलीघर तथा सकौती फीडर से डबल ग्रुप विद्युत सप्लाई देने, मार्च तक किसानों को बिल जमा कराने के लिए परेशान ना करने के आश्वासन दिया।
इसके बाद धरना समाप्त हुआ। अध्यक्षता जयसिंह टिटौड़ा तथा संचालन कप्तान सिंह ने किया। सुधीर, विनय, राजबीर गुर्जर, पवन प्रधान, राजकुमार, रणसिंह, दुष्यंत सिंह, योगेंद्र, जितेंद्र पाल, मनोज सहरावत आदि रहे।
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