मुजफ्फरनगर। कांधला पंचायत में कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में नामजद स्वामी यशवीर को शामली एसओजी और कांधला पुलिस ने सोमवार को शहर की जाट कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया।
आनन-फानन में पुलिस ने चालान कर उन्हें रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। उधर, कोर्ट ने जमानत प्रार्थना पर सुनवाई के लिए एक जनवरी 2016 की तारीख लगाई है।
कांधला महापंचायत में बयान को लेकर नामजद किए गए स्वामी यशवीर की तलाश में शामली जिले की पुलिस शुक्रवार से ही लगी थी। स्वामी ने अपने एक शिष्य के माध्यम से घोषणा कराई थी कि सोमवार को वह बघरा स्थित अपने आश्रम पर गिरफ्तारी देंगे, मगर वह आश्रम नहीं पहुंचे।
सोमवार दोपहर अचानक स्वामी शहर की जाट कालोनी स्थित भाजपा नेता उमेश मलिक के आवास पर पहुंचे। जिसकी भनक पुलिस को लग गई। सूचना पर शामली एसओजी प्रभारी सचिन मलिक, कांधला थाना निरीक्षक नरेशपाल यादव और थानाभवन इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने दुपहर ढाई बजे पहुंचकर स्वामी यशवीर को गिरफ्तार कर लिया।
सिविल लाइन थाने लाकर पुलिस ने लिखा-पढ़ी कर स्वामी का चालान कर दिया। दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे उन्हें पुलिस ने रिमांड मजिस्ट्रेट जितेंद्र कुमार के समक्ष पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए।
जिस पर पुलिस ने शाम पांच बजे स्वामी यशवीर को जेल भेज दिया। जेल जाने से पहले मीडिया से बातचीत में स्वामी ने कहा कि उन्होंने कोई आपत्तिजनक बात नहीं कही है, जो कहा इतिहास के अनुसार कहा। असहिष्णु हिंदू नहीं आजम खां, याकूब कुरैशी और ओवैशी हैं।
स्वामी यशवीर की ओर से अधिवक्ता चंद्रवीर सिंह ने रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष बेल एप्लीकेशन प्रस्तुत की। कोर्ट ने सुनवाई के लिए एक जनवरी 2016 की तारीख लगाई है।
सरेंडर की चर्चाएं भी रही
स्वामी यशवीर का दोपहर तक कोई अता-पता नहीं था। जिस पर चर्चाएं रहीं कि वह कोर्ट में सरेंडर करेंगे, मगर कोर्ट में अवकाश के कारण वे सरेंडर नहीं कर सके, तब खबर मिली कि वे जाट कालोनी में भाजपा नेता उमेश मलिक के आवास पर हैं। इस सूचना पर पुलिस ने उन्हें वहां से गिरफ्तार कर लिया।
बैरक नंबर-14 स्वामी का नया ठिकाना
मुजफ्फरनगर। विवादित बयान देकर सीखचों के पीछे पहुंचे स्वामी यशवीर का नया ठिकाना जिला कारागार की बैरक नंबर-14 होगी।
बैरक में स्वामी को आम बंदियों के साथ ही रखा है। जेल अधीक्षक ने एसएसपी से मिलकर स्वामी के जेल के भीतर आने के बाद वहां माहौल में गर्माहट की आशंका जताई थी।
विवादित बयान देकर कानून की चपेट में आए स्वामी यशवीर को पुलिस ने सोमवार दोपहर गिरफ्तार किया गया। बाद में कोर्ट में पेश करने के बाद स्वामी को जिला कारागार भेजा गया। स्वामी को कारागार में बैरक नंबर-14 में रखा गया है।
बैरक में पहले से ही साठ के करीब बंदी हैं। स्वामी को उनके बीच मेें आम बंदियों की तरह से रहना होगा।
उधर, जेल अधीक्षक राकेश सिंह ने दोपहर को एसएसपी से मिलकर स्वामी के कारागार में पहुंचने से वहां के माहौल में गर्माहट आने की आशंका जताई थी।
कारागार में समुदाय विशेष के बंदी काफी संख्या में हैं। वहीं, जेल अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि स्वामी के आने के बाद कारागार का माहौल पूरी तरह से सामान्य है।
आनन-फानन में पुलिस ने चालान कर उन्हें रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। उधर, कोर्ट ने जमानत प्रार्थना पर सुनवाई के लिए एक जनवरी 2016 की तारीख लगाई है।
कांधला महापंचायत में बयान को लेकर नामजद किए गए स्वामी यशवीर की तलाश में शामली जिले की पुलिस शुक्रवार से ही लगी थी। स्वामी ने अपने एक शिष्य के माध्यम से घोषणा कराई थी कि सोमवार को वह बघरा स्थित अपने आश्रम पर गिरफ्तारी देंगे, मगर वह आश्रम नहीं पहुंचे।
सोमवार दोपहर अचानक स्वामी शहर की जाट कालोनी स्थित भाजपा नेता उमेश मलिक के आवास पर पहुंचे। जिसकी भनक पुलिस को लग गई। सूचना पर शामली एसओजी प्रभारी सचिन मलिक, कांधला थाना निरीक्षक नरेशपाल यादव और थानाभवन इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने दुपहर ढाई बजे पहुंचकर स्वामी यशवीर को गिरफ्तार कर लिया।
सिविल लाइन थाने लाकर पुलिस ने लिखा-पढ़ी कर स्वामी का चालान कर दिया। दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे उन्हें पुलिस ने रिमांड मजिस्ट्रेट जितेंद्र कुमार के समक्ष पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए।
जिस पर पुलिस ने शाम पांच बजे स्वामी यशवीर को जेल भेज दिया। जेल जाने से पहले मीडिया से बातचीत में स्वामी ने कहा कि उन्होंने कोई आपत्तिजनक बात नहीं कही है, जो कहा इतिहास के अनुसार कहा। असहिष्णु हिंदू नहीं आजम खां, याकूब कुरैशी और ओवैशी हैं।
स्वामी यशवीर की ओर से अधिवक्ता चंद्रवीर सिंह ने रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष बेल एप्लीकेशन प्रस्तुत की। कोर्ट ने सुनवाई के लिए एक जनवरी 2016 की तारीख लगाई है।
सरेंडर की चर्चाएं भी रही
स्वामी यशवीर का दोपहर तक कोई अता-पता नहीं था। जिस पर चर्चाएं रहीं कि वह कोर्ट में सरेंडर करेंगे, मगर कोर्ट में अवकाश के कारण वे सरेंडर नहीं कर सके, तब खबर मिली कि वे जाट कालोनी में भाजपा नेता उमेश मलिक के आवास पर हैं। इस सूचना पर पुलिस ने उन्हें वहां से गिरफ्तार कर लिया।
बैरक नंबर-14 स्वामी का नया ठिकाना
मुजफ्फरनगर। विवादित बयान देकर सीखचों के पीछे पहुंचे स्वामी यशवीर का नया ठिकाना जिला कारागार की बैरक नंबर-14 होगी।
बैरक में स्वामी को आम बंदियों के साथ ही रखा है। जेल अधीक्षक ने एसएसपी से मिलकर स्वामी के जेल के भीतर आने के बाद वहां माहौल में गर्माहट की आशंका जताई थी।
विवादित बयान देकर कानून की चपेट में आए स्वामी यशवीर को पुलिस ने सोमवार दोपहर गिरफ्तार किया गया। बाद में कोर्ट में पेश करने के बाद स्वामी को जिला कारागार भेजा गया। स्वामी को कारागार में बैरक नंबर-14 में रखा गया है।
बैरक में पहले से ही साठ के करीब बंदी हैं। स्वामी को उनके बीच मेें आम बंदियों की तरह से रहना होगा।
उधर, जेल अधीक्षक राकेश सिंह ने दोपहर को एसएसपी से मिलकर स्वामी के कारागार में पहुंचने से वहां के माहौल में गर्माहट आने की आशंका जताई थी।
कारागार में समुदाय विशेष के बंदी काफी संख्या में हैं। वहीं, जेल अधीक्षक राकेश सिंह ने बताया कि स्वामी के आने के बाद कारागार का माहौल पूरी तरह से सामान्य है।
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